Sunday, May 24, 2020

जिल्लत की बावड़ी

कल ही एक दोस्त का फोन आया 
बहोत दुखी था 
दोस्त ने ऐसी दास्ताँ बताई की कवाली तड़प उठी 

जिल्लत की बावड़ी 

याद रखना हमें , आप याद रखना 
हम तो कुत्ते है फिर भी आप हमें याद रखना 
हमने तो आपको सिर्फ वक्त ही दिया है 
उसने तो आपको खुद का खून दिया है 
फिर भी आपको हम ये कहते है 
आप हमको ही याद रखना 
आप हमको ही याद रखना 

फितरत में हमारी है की हम हमेशा चाटते है 
आपको अगर वक्त और नशा चाहिए 
तो हम एक पैर पर नाचते है 
झूठ बोलेंगे हम आपसे 
जितना प्यार आपको हमसे है 
आप हमको ही याद रखना 
आप हमको ही याद रखना 

आजकल ये नई राह है 
हर किसीको दूसरे की चाह है 
दूसरा ही ख़ुशनवाब है 
दूसरा ही ऐशमवाल है 
अब तो जिल्लत की ये ज़िंदगी उसके ही नाम है 
हम तो कुत्ते होकर भी हमारी वो चाट रही है
झूठ बोलेंगे हम आपसे 
जितना प्यार आपको हमसे है  
आप हमको ही याद रखना 
आप हमको ही याद रखना 

गलती है किसकी ये जब सोचते है तो 
हमें लगता की उसकी प्यारीसी पूरी पागल है 
जब वो करे प्यार तो ये जिम्मेदारी समझती है 
जिम्मेदार को ही जिल्लत की बावड़ी में फेक देती है 
जिम्मेदार को ही जिल्लत की बावड़ी में फेक देती है 

ये कवाली उनके नाम जो अपनी फॅमिली के लिए दिन और रात एक करते है 
लेकिन रात कुछ लोगो को ऐसा तोहफा देती है की जिम्मेदार जिल्लत की बावड़ी में खुद का खून कर लेता है 
ऐसे मौके पर जिसे तोहफा मिलता है वो ये कह रहा है , लेकिन उसका बुरा समय बहोत पास है ...बहोत पास 
अगर आप में से कोई इस तोहफे का इफ्तियार कर रहा है ..तो सावधान ...
जिम्मेदारी निभानेवाला बस एक वक़्त ही तो नहीं दे पाता है 
समझने वालों को इशारा काफी है 

डॉ मंगेश वीरकर
9962416077